Table of Contents
Rashtriya Swayamsevak Sangh RSS: आरएसएस भारत (RSS India) का एकमात्र प्रमुख स्वयंसेवी संगठन है, जिसके द्वारा भारत को समृद्ध, शक्तिशाली, सनातन संस्कृति के मूल्यों से जोड़े रखता है। इस संगठन ने हमेशा से भारत मे फैली जाती भेद भाव का विरोध किया है । यह संगठन वर्ग भेद, जाति भेद भाव व ऊँच नीच के भेदभाव को पूरी तरह से समाप्त करने के पक्ष में है। इसके लिए आरएसएस ने अनेकों प्रयास किए है। इस संगठन में रक्षक समता, मण्डल समता, गण समता, दण्ड प्रदर्शन, योगासन, नियुद्ध व घोष का प्रदर्शन किया जाता है । देश मे आपदा के समय भी आरएसएस बड़े स्तर पर अपना योगदान देता है और जरूरत मदों को सहायता प्रदान करता है।
आरएसएस (RSS) Rashtriya Swayamsevak Sangh एक स्वयंसेवी संगठन है जो विश्व मे सबसे बड़ा संगठन है। आरएसएस का उद्देश्य देश मे सामाजिक, आर्थिक, नागरिक, पर्यावरण और अन्य प्रकार की चुनौतियों का समाधान करना है । आरएसएस के द्वारा किये गए कार्य सरानीय है इसका शिक्षा , स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण, नागरिक मुद्दे, पर्यावरण, ग्रामीण विकास, गौ रक्षा, संस्कृति और साहित्यिक विकास में बहुत योगदान है । आरएसएस इन कार्यो के लिए नयी योजनाओं का निर्माण करता है और उसको लागू करवाने का प्रयास करता है । यह देश हित मे अनेक कार्य करता है । इसका उद्देश्य पूरे विश्व मे हिंदुओं को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए पर्याप्त अधिकार दिलाता है।
आरएसएस एक बहुत बड़ा संगठन है इसकी स्थापना 27 सितम्बर 1925 को केशव बलिराम हेडदेवार के द्वारा की गयी थी । इस संगठन के 2014 तक, 5 से 6 मिलियन की सदस्यता है। ब्रिटिश शासन के दौरान एक बार आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
आरएसएस का फुल फॉर्म ‘Rashtriya Swayamsevak Sangh’ है हिंदी में इसको राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नाम से जाना जाता है । यह एक गैर सरकारी भारतीय संगठन है । आरएसएस एक हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है । इस संगठन का निर्माण हिन्दुत्व के हित्त के लिए है । यह अर्धसैनिक स्वयंसेवक संगठन के रूप में कार्य करता है । हिन्दू समाज के लोगो द्वारा इस संगठन को सहायता प्राप्त होती है ।
आरएसएस को ज्वाइन करने के लिए निचे दिए गये लिंक पर क्लिक करे और अपनी जानकारी साझा करे